Monday, September 19, 2011

और थोड़ा साथ निभालो यारों

शमसान तक तो साथ में चलो यारों
और थोड़ा साथ निभालो यारों
मरकर भी निभायेंगे दोस्ती का असूल
आज मेरे साथ कसम खा लो यारों
दूसरी दुनियां में मिलेंगे शायद
यह भ्रम मस्तिष्क से निकालो यारों
कहते हैं सुरापान से घट जाता है कुछ गम
सब मिलके दो दो बूँद मेरे हल्क में डालो यारों
वसीयत लिख दी तुम्हारे नाम जो भी था मेरा
अब इसे प्यार से संभालो यारों
वो भी मेरी कब्र पर आएगी या नहीं
एक सिक्का मेरे नाम से उछालो यारों .
                                             "चरण"
शमसान तक तो साथ में चलो यारों
और थोड़ा साथ निभालो यारों
मरकर भी निभायेंगे दोस्ती का असूल
आज मेरे साथ कसम खा लो यारों
दूसरी दुनियां में मिलेंगे शायद
यह भ्रम मस्तिष्क से निकालो यारों
कहते हैं सुरापान से घट जाता है कुछ गम
सब मिलके दो दो बूँद मेरे हल्क में डालो यारों
वसीयत लिख दी तुम्हारे नाम जो भी था मेरा
अब इसे प्यार से संभालो यारों
वो भी मेरी कब्र पर आएगी या नहीं
एक सिक्का मेरे नाम से उछालो यारों .
                                             "चरण"

1 comment: