हम अबोलों को कोई तो बोल देगा
आंसुओं का भी कोई तो मोल देगा
हंस कर अँधेरी घाटियाँ जो पार कर ली
सूरज उजालों का खजाना खोल देगा
अंतिम छनो तक टूटने से बच सके तो
यह वक्त हीरे मोतियों से तोल देगा
एक दिन मीठे स्वरों का आगमन होगा
और इन कानों में अमृत घोल देगा .
"चरण"
बहोत अच्छा लगा आपका ब्लॉग पढकर ।
ReplyDeleteनया हिंदी ब्लॉग
http://hindidunia.wordpress.com/
Really nice? keep up the work..
ReplyDelete