Thursday, October 27, 2011

लाटरी

जब केरल सरकार ने करी लाटरी स्टार्ट 
हमने भी कटवा लिए गिनकर टिकटें आठ 
गिनकर टिकटें आठ लक अजमाकर देखें 
फ़ोकट का पैसा है थोडा खाकर देखें 
कहे "चरण" सुन भाई जगत का ऐसा खेला 
जहाँ मुफ्त का मिले वहीँ पर ठेलम ठेला 
दूजे दिन से हो गए हम सच्चे ईशा भक्त 
घर वालों को दे दिया आर्डर ऐसा शक्त 
आर्डर ऐसा शक्त न कोई गुनाह करेगा 
बाईबल में जो लिखा उसी का मनन करेगा 
और कभी अब नहीं किसी को पिक्चर जाना 
छोड़ सिनेमा गान मसीही गीतों को गाना 
पहले पूरे वर्ष में चर्च जाते दो बार 
और अब प्रारंभ कर दिया दिन में दो दो बार 
दिन में दो दो बार समय भी खूब लगाते 
हर प्रार्थना के बीच खुदा को ये बतलाते 
गर लाटरी खुल जाये हमारे नाम अभी 
जीवन भर न भूलूं यह अहसान कभी 
माह बाद ही टपक पड़ा लाटरी का परिणाम 
किन्तु उसमे गायब था बंधु अपना नाम 
बंधु अपना नाम हाथ दूजे ने मारा 
और हो गया असफल सभी प्रयास हमारा 
तब से चर्च में कर दिया आना जाना बंद 
जब हमको नहीं लाभ तो सहें क्यों कोई प्रतिबन्ध .
                                                    "चरण"

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