Tuesday, November 1, 2011

एक दिन एक शायर महोदय पुलिस स्टेशन पहुंचे और थानेदार साहब से बोले श्रीमानजी मुझे एक रिपोर्ट लिखवानी है मेरा कलाम चोरी हो गया है पास में खड़े एक साहित्यकार नुमा हवालदार ने कहा जनाब मै आपको एक सलाह देता हूँ आप फेस बुक पर नजर रखिये क्योंकि आजकल चोरी का साहित्य फेस बुक पर बहुत छप रहा है क्योंकि यहाँ कोई रोकटोक नहीं है .
                     "चरण"

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