हर तरह के हाल में जीता है आदमी
हर तरह के ज़हर को पीता है आदमी
भगवान भी सीखे तो आदमी से कुछ सीखे
बाइबल कुरान और गीता है आदमी
आदमी की अहमियत कम करके न आंको
बारूद की सुरंग में पलीता है आदमी
जिंदगी भर हड्डियाँ घिसता राहा मगर
विडम्बना है आज तक रीता है आदमी
"चरण"
हर तरह के ज़हर को पीता है आदमी
भगवान भी सीखे तो आदमी से कुछ सीखे
बाइबल कुरान और गीता है आदमी
आदमी की अहमियत कम करके न आंको
बारूद की सुरंग में पलीता है आदमी
जिंदगी भर हड्डियाँ घिसता राहा मगर
विडम्बना है आज तक रीता है आदमी
"चरण"
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