कभी कभी ऐसा भी होता है
मै गहरी नींद में सो रहा होता हूँ
और अनायास
कविता आकर मुझे झिझोड़ देती है
और मै
मजबूर हो जाता हूँ
कागजों पर उसकी अगवानी के लिए
ऐसी कविता
मेरी जांची परखी नहीं होती
इसलिए
जब उसपर अनुकूल प्रतिकिर्या होती है
तो मै स्वयं भी
चौंक पड़ता हूँ
अनायास जन्मी
ऐसी सार्थक कविता पर .
"चरण"
मै गहरी नींद में सो रहा होता हूँ
और अनायास
कविता आकर मुझे झिझोड़ देती है
और मै
मजबूर हो जाता हूँ
कागजों पर उसकी अगवानी के लिए
ऐसी कविता
मेरी जांची परखी नहीं होती
इसलिए
जब उसपर अनुकूल प्रतिकिर्या होती है
तो मै स्वयं भी
चौंक पड़ता हूँ
अनायास जन्मी
ऐसी सार्थक कविता पर .
"चरण"
सर कमाल...कमाल.....बहुत ही प्यारी कविता.
ReplyDeleteमुझे गर्व है के आप जैसे गुरुओं का मार्गदर्शन मुझे मिला है...
kavita ke janm ka vaastavik chitran kiya hai apne
ReplyDeleteपढ़ कर ऐसा लगा मेरी भावनाओं को आपने शब्द दे दिए
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना