आन बान बेचकर रोटी खरीद ली ,
सारा सामान बेचकर रोटी खरीद ली .
फुटपाथ पर बैठे है फटेहाल दोस्तों ,
अपना मकान बेचकर रोटी खरीद ली .
देखिये कितना बड़ा कदम उठा लिया ,
खुशियाँ तमाम बेचकर रोटी खरीद ली .
बेईमान हो गए सच कह रहे हैं आप ,
हमने इमान बेच कर रोटी खरीद ली .
धर्म की भगवान की बातें न मुझ से कर ,
गीता कुरान बेचकर रोटी खरीद ली .
इक्कीसवीं सदी की तरफ बड़ रहे हम ,
विज्ञानं ज्ञान बेचकर रो
टी खरीद ली .
सूरत को छोड़िये मेरी सीरत को देखिये ,
नाक कान बेचकर रोटी खरीद ली
लाजो शर्म गैरत हया मिलती रही जहाँ ,
अब वो दुकान बेचकर रोटी खरीद ली .
"चरण"
Bahut Khoob Aur Bilkul Sach likha hai aapne. Pata nahi tha ki aap itna atcha likhate hai. Bahut bahut badhai ho ...:)
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