सूरज से समझौता कर बदनाम हो गए हम
अपनी इस कोशिस में भी नाकाम हो गए हम
चेहरे पर मस्से बनकर आतंक लगे उगने
पर्वत पर फैली बर्फीली शाम हो गए हम
अपने पैमानों में दिन भर दर्द घुमड़ता है
गली गली चर्चे हैं की ख़य्याम हो गए हम
निर्णय हमारा करती हैं .अब सौतेली मायें
जंगल जंगल ठोकर खाते राम हो गए हम
अंतस में पुण्य पापों की परते दर परतें
बाहर से आकर्षक तीरथ धाम हो गए हम .
"चरण"
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