Friday, July 22, 2011

डूबते किनारे

आँसुओं के छंद बने डूबते किनारे हैं
जिंदगी कि बाज़ी को जिंदगी पर हारे हैं
आग लगी तन में मेरे आग लगी मन में
आग गाँव गाँव लगी आग शहर शहर लगी
आग ने उजाड़ कर रख दिया मेरा चमन
फिर भी आत्मा बेचारी आग के सहारे है .

वक्त के इरादों पर वक्त ने स्रिंगार किया
वक्त कि जवानी पर वक्त ने नीखार दिया
वक्त ने रुला दिया वक्त ही से हारे हैं
फिर भी आत्मा बेचारी वक्त के सहारे है

धूप के बिछोने पर हिम शिशु के रोने पर
साँझ  के खिलौने से अजनबी से बौने से
रात के अंधेरे में  रात ही को घेरे हैं

दर्द के मजार पर दर्द के दिए जले
दर्द कि तलाश में दर्द से गुजर चले
दर्द के तूफानों में दर्दे दिन गुजारे हैं .
आँसुओं के छंद बने डूबते किनारे हैं
जिंदगी कि बाजी को जिंदगी पर हारे हैं .
                                                   "चरण"
डूबते किनारे
आँसुओं के छंद बने डूबते किनारे हैं
जिंदगी कि बाज़ी को जिंदगी पर हारे हैं
आग लगी तन में मेरे आग लगी मन में
आग गाँव गाँव लगी आग शहर शहर लगी
आग ने उजाड़ कर रख दिया मेरा चमन
फिर भी आत्मा बेचारी आग के सहारे है .

वक्त के इरादों पर वक्त ने स्रिंगार किया
वक्त कि जवानी पर वक्त ने नीखार दिया
वक्त ने रुला दिया वक्त ही से हारे हैं
फिर भी आत्मा बेचारी वक्त के सहारे है

धूप के बिछोने पर हिम शिशु के रोने पर
साँझ  के खिलौने से अजनबी से बौने से
रात के अंधेरे में  रात ही को घेरे हैं

दर्द के मजार पर दर्द के दिए जले
दर्द कि तलाश में दर्द से गुजर चले
दर्द के तूफानों में दर्दे दिन गुजारे हैं .
आँसुओं के छंद बने डूबते किनारे हैं
जिंदगी कि बाजी को जिंदगी पर हारे हैं .
                                                   "चरण"
डूबते किनारे
आँसुओं के छंद बने डूबते किनारे हैं
जिंदगी कि बाज़ी को जिंदगी पर हारे हैं
आग लगी तन में मेरे आग लगी मन में
आग गाँव गाँव लगी आग शहर शहर लगी
आग ने उजाड़ कर रख दिया मेरा चमन
फिर भी आत्मा बेचारी आग के सहारे है .

वक्त के इरादों पर वक्त ने स्रिंगार किया
वक्त कि जवानी पर वक्त ने नीखार दिया
वक्त ने रुला दिया वक्त ही से हारे हैं
फिर भी आत्मा बेचारी वक्त के सहारे है

धूप के बिछोने पर हिम शिशु के रोने पर
साँझ  के खिलौने से अजनबी से बौने से
रात के अंधेरे में  रात ही को घेरे हैं

दर्द के मजार पर दर्द के दिए जले
दर्द कि तलाश में दर्द से गुजर चले
दर्द के तूफानों में दर्दे दिन गुजारे हैं .
आँसुओं के छंद बने डूबते किनारे हैं
जिंदगी कि बाजी को जिंदगी पर हारे हैं .
                                                   "चरण"

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