Saturday, July 23, 2011

गुण गा रहा है आपका पूरा शहर

आपका आदेश सिर आंखों पर
सेवा करेंगे आप कि आठों पह
हम खड़े हैं द्वार पर खंजर लिए
आप भीतर शौख से द्धाहिये कहर
आप बस निस्चिंत हो सोते रहें
गुण गा रहा है आपका पूरा शहर
इस महा कंट्रोल का कोटा जनाब
पहुँचा दिया है आपके साले के घर
हर सभा में भीड़ गूंगो कि रहेगी
फैला दिया है हमने एक ऐसा जहर
अगला शासक आपका बेटा ही होगा
है अभी भी आपके पक्ष में लहर
फिर मचेगी त्रहि त्राहि खेत रोयेंगे फिर
पाट दी है हमने गाँव की नहर .
                                        "चरण"

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