अपशगुन
एक दिन शाम को
थकी हारी बिल्ली
लौट कर अपने घर आई
बच्चों को सकुशल देखकर
मन ही मन मुस्कुराई
भूख से बिलबिलाते बच्चों ने
पास आकर पूछा
मम्मी
आज
बहुत देर से लौटकर घर आई हैं
बताओ
हमारे लिए क्या क्या लायी हैं
बिल्ली ने लम्बी साँस खींच कर कहा
आज तो खाली हाथ ही आई हुईं
गनीमत है
अपने आप को बचा लायी हूँ
घर से निकलते ही
अपशगुन हो गया था
एक आदमी
मेरा रास्ता काट गया था .
"चरण"
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