एक डाकू ने
स्वेच्छा से आत्म समर्पण कर दिया
अदालत ने थोड़ी सी सजा देकर
उसे रिहा कर दिया
रिहाई के बाद
जब वह
जेल के फाटक पर आया
तो वहां
अपने स्वागत में
कई राजनैतिक पार्टियों के
नेताओं को खड़े पाया
सबने बारी बारी से उसे गले लगाया
चमचों ने
जय जय कार का नारा लगाया
हर नेता ने
अपने अपने ढंग से
उससे अनुरोध किया
आप महान हैं
अनुभवी हैं
आपको देश के काम आना चाहिए
अब
राजनीती में
अपने जौहर दिखाना चाहिये .
"चरण"
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