दल बदल
आपसे मिलकर के हम फिर से सबल हो जायेंगे
आप घोड़े ही रहो हम अस्तबल हो जायेंगे
आज अपना लो हमें हम आपके आधीन हैं
वर्ना ये दल छोड़कर फिर दल बदल हो जायेंगे
खोटे सिक्के ही सही किन्तु हमें उम्मीद है
आपके प्रताप से हम फिर शायद चल जायेंगे
एक अवसर और दो तो हाथ कुछ दिखलायें हम
आपके सारे विरोधी आग में जल जायेंगे
इसलिए फिर से जमीं पर थूक कर हम चाटते हैं
आपके अहसान से बच्चे मेरे पल जायेंगे .
"चरण"
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