यदि समाजवाद का अर्थ है
सबको समान दृष्टि से देखना
तो हमारी सरकार
वास्तव में प्रशंसा कि पात्र है
क्योंकि
उसने
बड़े से बड़े मानव
व
छोटे से छोटे जानवर को
एक ही आँख से देखा है
अर्थात
जो घास का पूला
जानवर को खिलाया
वही
मनुष्य के सामने
बड़ी श्रधा से फेंका है .
"चरण"
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