Sunday, June 26, 2011

सूरज से समझौता कर बदनाम हो गए हम

सूरज से समझौता कर बदनाम हो गए हम 
अपनी इस कोशिस में भी नाकाम हो गए हम 

चेहरे पर मस्से बनकर आतंक लगे उगने 
पर्वत पर फैली बर्फीली शाम हो गए हम 

अपने पैमानों में दिन भर दर्द घुमड़ता है 
गली गली चर्चे हैं की ख़य्याम हो गए हम 

निर्णय हमारा करती हैं .अब सौतेली मायें
जंगल जंगल ठोकर खाते राम हो गए हम 

अंतस में पुण्य पापों की परते दर परतें 
बाहर से आकर्षक तीरथ धाम हो गए हम .
                                            "चरण"

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